नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज अपने गांव कानपुर देहात पहुंचे। जैसे ही वह अपने गांव परौंख के पास हैलीपैड पर उतरे वह भावुक हो गए। सबसे पहले तो उन्होंने अपनी गांव की मिट्टी को छूकर माथे से लगाया और फिर नमन किया। राष्ट्रपति भवन की तरफ से ये जानकारी दी गई है।
देश के सर्वोच्च पद पर होते हुए भी राष्ट्रपति जैसे ही अपने गांव पहुंचे अपनी जन्मभूमि की मिट्टी को माथे से लगाने के लिए वह नतमस्तक हो गए। उनकी इस सहजता को देखकर हर कोई हैरान रह गया। बतादें कि राष्ट्रपति कोविंद ने आज अपने बचपन के दोस्त कृष्ण कुमार से भी मुलाकात की। कानपुर कैंट में वह अपने बीमार दोस्त से मिलने उनके घर पहुंचे। अपने दोस्त को देखकर वह बहुत ही खुश हुए।
राष्ट्रपति ने अपने दोस्त कृष्ण कुमार से कहा कि जब से उन्हें उनके बीमार होने की जानकारी मिली तब से वह उनसे मिलने के लिए वह बेचैन थे। अब उनसे मिलकर वह काफी खुश हैं। इसके साथ ही राम नाथ कोविंद ने ये भी साफ किया कि वह राष्ट्रपति की नहीं बल्कि एक दोस्त की हैसियत से उनके घर पहुंचे हैं।
राष्ट्रपति से मिलने उनके एक और दोस्त मधुसूदन अग्रवाल भी कृष्ण कुमार के घर पहुंचे थे। दोनो दोस्तों से मिलकर वह काफी खुश हुए। कृष्ण कुमार के बेटे विकास अग्रवाल ने बताया कि मुलाकात के दौरान राजनीति या व्यापार को लेकर कोई भी बातचीत वहां नहीं हुई। राष्ट्रपति ने पहले ही कहा था कि एक दोस्त की हैसियत से वह उनके घर पहुंचे हैं।


