Oct 30 2025 / 5:00 AM

कश्मीर पर पीएम मोदी के आवास पर सर्वदलीय बैठक खत्म, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

नई दिल्ली। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जम्मू-कश्मीर के नेताओं की अहम बैठक खत्म हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से बुलाई गई इस बैठक में 8 राजनीतिक दलों के 14 नेताओं ने शिरकत की थी। बैठक करीब साढ़े तीन घंटे चली। इस बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा, गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, एनएसए अजित डोभाल के अलावा कुछ अन्य बड़े अधिकारी भी शामिल हुए।

पीएम मोदी ने इस बैठक में कश्मीरी नेताओं से कहा, राजनीतिक मतभेद होंगे लेकिन सभी को राष्ट्रहित में काम करना चाहिए ताकि जम्मू-कश्मीर के लोगों को फायदा हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में सभी के लिए सुरक्षा और सुरक्षा का माहौल सुनिश्चित करने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि वह ‘दिल्ली की दूर’ और ‘दिल की दूर’ को हटाना चाहते हैं।

पीएम मोदी से जम्मू-कश्मीर नेताओं की मुलाकात पर जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी ने कहा, पीएम ने सभी को परिसीमन प्रक्रिया में भाग लेने के लिए कहा। हमें भरोसा दिलाया गया है कि यह चुनाव का रोडमैप है। पीएम ने यह भी कहा कि हम राज्य की बहाली के लिए प्रतिबद्ध हैं।

गुलाम नबी आजाद ने कहा, जम्मू कश्मीर में तुरंत चुनाव होने चाहिए। जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का सही समय है। हमने सरकार के सामने 5 मांगे रखी हैं। आजाद ने कहा, गृह मंत्री ने कहा है कि सरकार जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सभी नेताओं ने की पूर्ण राज्य की मांग की है।

उन्होंने कहा, हमने बैठक में 5 मांगें रखीं- राज्य का दर्जा जल्द दें, लोकतंत्र बहाल करने के लिए विधानसभा चुनाव कराएं, जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास, सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा किया जाए और अधिवास नियमों पर चर्चा की जाए।

जम्मू-कश्मीर बीजेपी प्रमुख रविंदर रैना ने कहा, जम्मू-कश्मीर के सभी नेताओं को पीएम नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया है कि सभी जम्मू-कश्मीर के भविष्य और बेहतरी के लिए मिलकर काम करेंगे। पीएम मोदी ने सबकी सुनी और कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के विकास के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे।

मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा, सभी नेताओं ने राज्य का दर्जा देने की मांग की। जिस पर पीएम ने कहा, पहले परिसीमन प्रक्रिया समाप्त होनी चाहिए और फिर अन्य मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा। यह एक संतोषजनक बैठक थी। जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करने के लिए पूरी तरह से एकमत थी।

बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत गुपकार संगठन के बड़े नेता शामिल हुए। जानकारी के अनुसार, जम्मू कश्मीर के 8 दलों के 14 नेता मौजूद रहे। बैठक में सबसे पहले पीएम मोदी का संबोधन हुआ। इसके बाद कश्मीरी नेताओं में सबसे पहले फारूक अब्दुल्ला को बोलने का मौका दिया गया। केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कश्मीर के विकास पर प्रजेंटेशन दिया।

इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने मोदी के घर पहुंचकर कश्मीर के मुद्दे पर बातचीत की। पीएम मोदी के साथ इस बैठक में चार पूर्व मुख्यमंत्री मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा सांसद उमर उब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती, पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद शामिल हैं। इसके साथ ही जम्‍मू-कश्‍मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री व बीजेपी के वरिष्ठ नेता कविन्दर गुप्ता भी शामिल हुए।

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