भोपाल। मध्य प्रदेश के धार जिले में 300 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन जल संसाधन विभाग के डैम की एक साइड की दीवार का बड़ा हिस्सा ढहने से हड़कंप मच गया है। डैम फूटने के खतरे और बाढ़ से संभावित तबाही के मद्देनज़र सरकार भी एक्शन में है। धार और पड़ोसी जिले खरगोन के कुल 16 गांवों के 40 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। आपात स्थिति के लिए एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर भी तैयार हैं।
इसी बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राजधानी भोपाल में बांध की समस्या को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की है। बताया जा रहा है कि बैठक में उन्होंने अधिकारियों को राहत-बचाव के कार्यों में जोर देने की बात कही है।
सीएम शिवराज ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि निर्माणाधीन कारम बांध में लीकेज के कारण जो परिस्थितियां पैदा हुई है उस पर कल से ही मेरी नजर है। हमारे जल संसाधन मंत्री और स्थानीय मंत्री कल से ही बांध स्थल पर मौजूद हैं।
बता दें कि कल रात में ही प्रशासन ने मुस्तैदी से दिखाते हुए मुनादी कर लोगों को सूचित किया। डैम को किसी प्रकार के नुकसान से बचाने के लिए सेना को बुला लिया गया। बताया जा रहा है कि सेना वहां पहुंच चुकी और मोर्चा संभाल लिया हैं। इसके साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी बांध के आस-पास तैनात की गई हैं।
बताया जा रहा है कि कारम नदी के बांध में आए लीकेज की वजह से किसी भी प्रकार की अनहोनी और बड़ी घटना को रोकने के लिए प्रशासन विभिन्न स्थानों से डैम का पानी निकाल रहा है। जिससे डैम को टूटने से रोका जा सके। डैम अचानक से ना टूट जाए या उसको धंसने से रोकने के लिए विशेषज्ञों की टीम मरम्मत का काम भी कर रही है।
बांध को बचाने के लिए धार में डेरा जमाए मध्य प्रदेश प्रशासन के अधिकारियों ने बताया है कि किसी भी अनहोनी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने और व्यवस्था को संभालने के लिए एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं। उनके साथ पुलिस प्रशासन और राजस्व प्रशासन की भी कई टीमें मौके पर मौजूद हैं।


