Oct 28 2025 / 7:23 PM

चक्रवात यास को लेकर पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच बीते दिनों चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ ने भारी तबाही मचाई जिसके चलते कई लोगों की जानें गई और करोड़ों की सपंत्ति का नुकसान हुआ। ताउते के बाद अब देश पर एक और चक्रवाती तूफान ‘यास’ का खतरा मंडराने लगा है। ताउते तूफान की तबाही के दर्द से देश अभी निकला भी नहीं था कि उस पर एक और चक्रवाती तूफान ‘यास’ का खतरा मंडराने लगा है। चक्रवात यास से निपटने की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए आज पीएम मोदी ने एक बैठक की जिसमें कई मंत्री और अधिकारियों ने भाग लिया।

इस बैठक में पीएम मोदी ने अधिकारियों से अपतटीय गतिविधियों में शामिल लोगों को समय पर निकालने के लिए कहा है। पीएमओ ने जानकारी दी है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने 46 टीमों को पहले से तैनात किया है। चक्रवात यासो से निपटने के लिए आज 13 टीमों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना ने राहत, खोज, बचाव कार्यों के लिए जहाजों, हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया है।

पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चक्रवात ‘यास’ पर वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रतिनिधियों और दूरसंचार, बिजली, नागरिक उड्डयन, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालयों के सचिवों के साथ बैठक की। इस मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। पीएमओ ने बताया कि पीएम मोदी ने उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों से लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने और अपतटीय गतिविधियों में शामिल लोगों को समय पर निकालने के लिए राज्यों के साथ निकट समन्वय में काम करने का निर्देश दिया है।

वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि चक्रवात ‘यास’ के 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटों को पार करने की उम्मीद है, जिसमें हवा की गति 155-165 किमी प्रति घंटे से लेकर 185 किमी प्रति घंटे तक होगी। इससे पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में लगभग 2 से 4 मीटर के तूफान की चेतावनी भी दी है।

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